डॉ. सौरभ मालवीय
उत्तर प्रदेश में
विधानसभा चुनाव चल रहा है। राजनीति की दृष्टि से देश के सबसे महत्त्वपूर्ण राज्य
के विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी विचारधारा और मुद्दों को
लेकर चुनाव मैदान में हैं। कहीं जातिवाद हावी है] तो कहीं पिछड़ेपन की बात की जा
रही है। परन्तु भारतीय जनता पार्टी योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में किए गये विकास
कार्यों को लेकर चुनाव लड़ रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के
निवासियों के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक
विकास के लिए हर संभव प्रयास किया। योगी श्री आदित्य नाथ ने मुख्यमंत्री का पदभार
ग्रहण करने के पश्चात राज्य की जनता की सेवा के लिए विकास कार्यों को अपना मंत्र
बनाया। राज्य में बेघरों को आवास देने के लिए उत्तर प्रदेश आवास विकास योजना
प्रारम्भ की गई। निर्धन परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय
पारिवारिक लाभ योजना आरम्भ की गई।
प्रवासी श्रमिकों को
रोजगार देने के लिए आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान प्रारम्भ किया गया।
बेरोजगारों को स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री युवा
स्वरोजगार योजना आरम्भ की गई। बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण दिलाने के लिए उत्तर
प्रदेश कौशल विकास मिशन तथा मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना प्रारम्भ की
गई। राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार
योजना प्रारम्भ की गई। बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता प्रदान करने के लिए
उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता नामक योजना आरम्भ की गई। योगी सरकार चाहती है कि
राज्य के सभी श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ प्राप्त हो। इसलिए
सरकार ने श्रमिक पंजीकरण योजना प्रारम्भ की है।
श्रमिकों के भरण पोषण के
लिए राज्य में श्रमिक भरण पोषण योजना आरम्भ की गई है] जिसमें श्रमिकों को धन एवं
अन्न दोनों ही उपलब्ध कराया जाता है। कोरोना काल में दूसरे राज्यों में फंसे
श्रमिकों को वापस लाने के लिए उत्तर प्रदेश प्रवासी मजदूर घर वापसी पंजीकरण योजना
आरम्भ की गई। इसके साथ ही राज्य की समृद्धि के लिए उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा
है। योगी सरकार ने कृषि क्षेत्र पर भी विशेष ध्यान दिया है। राज्य में जैविक खेती
को प्रोत्साहन देने के लिए परम्परागत खेती विकास योजना चलाई जा रही है। खेतों को
पर्याप्त सिंचाई जल उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश नि%शुल्क बोरिंग योजना तथा
उत्तर प्रदेश किसान उदय योजना संचालित की जा रही है। इनके अतिरिक्त बीज ग्राम
योजना के अंतर्गत किसानों को धान एवं गेहूं के बीज पर विशेष अनुदान दिया जा रहा
है।
पारदर्शी किसान सेवा
योजना के अंतर्गत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री
किसान एवं सर्वहित बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को समुचित उपचार की सुविधा
प्रदान की जा रही है। किसानों को ऋण के बोझ से मुक्त करने के लिए किसान ऋण मोचन
योजना प्रारम्भ की गई। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के अंतर्गत किसानों
को वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। राज्य में अनाथ बच्चों को आसरा देने के
लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना प्रारम्भ की गई। महिला सशक्तिकरण के लिए भी सरकार
अनेक योजनाएं चला रही है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत निर्धन
परिवारों की पुत्रियों को शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
उत्तर प्रदेश भाग्यलक्ष्मी योजना के अंतर्गत पुत्री की शिक्षा और विवाह के लिए
आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
इसके अतिरिक्त लोगों को
घर बैठे बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बैंकिंग संवाददाता सखी योजना
प्रारम्भ की गई है। इससे जहां लोगों को घर पर बैंकिंग सुविधाएं प्राप्त हो रही
हैं] वहीं महिलाओं को भी रोजगार प्राप्त हुआ है। राज्य में अनेक पेंशन योजनाएं
संचालित की जा रही हैं] जिनमें उत्तर प्रदेश पेंशन योजना] विधवा पेंशन योजना तथा
उत्तर प्रदेश दिव्यांगजन पेंशन योजना सम्मिलित हैं। सरकार लड़कियों और दिव्यांगों
के विवाह के लिए अनुदान प्रदान कर रही है। उत्तर प्रदेश विवाह अनुदान योजना के
अंतर्गत लड़कियों के विवाह के लिए सरकार द्वारा अनुदान प्रदान किया जाता है।
दिव्यांगजन विवाह
प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों के विवाह लिए आर्थिक सहायता प्रदान की
जाती है। योगी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य कर रही है। राज्य
में विद्यालयों] महाविद्यालयों एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्रों एवं उनके नये
भवनों की स्थापना की जा रही है। गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण किय जा
रहा है। उत्तर प्रदेश छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान
की जा रही है। सरकार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी गंभीर है। महिलाओं को सुरक्षा
प्रदान करने के लिए सेफ सिटी योजना प्रारम्भ की गई है। विद्युत क्षेत्र में भी
योगी सरकार उत्कृष्ट कार्य किया है। परिणामस्वरूप शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ
ग्रामीण क्षेत्रों में भी घर-घर प्रकाश फैला है। परिवहन के क्षेत्र में भी सरकार
ने सराहनीय कार्य किए हैं। राज्य ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी बहुत
उन्नति की है। कोविड महामारी से गांवों को सुरक्षित रखने के लिए योगी सरकार द्वारा
अपनाई गई नीति को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सराहा है।
सरकार नमामि गंगे योजना
के अंतर्गत गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल करने पर विशेष बल दे रही है। गंगा का
प्रदूषण कम करने के लिए स्मार्ट गंगा सिटी परियोजना पर कार्य जारी है। योगी सरकार
राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा दिया है। राज्य धर्म] संस्कृति एवं पर्यटन की दृष्टि
से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए मुख्यमंत्री निराश्रित
गौवंश सहभागिता योजना प्रारम्भ की गई है। योगी आदित्यनाथ दावा करते हैं कि पिछले
साढ़े चार वर्षों में राज्य में रोजगार के अवसर तीव्रगति से बढ़े हैं। स्टार्टअप
नीति के अंतर्गत पांच लाख युवाओं को रोजगार मिला है] जबकि मनरेगा के माध्यम से डेढ़
करोड़ से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसी प्रकार 10 लाख स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से एक
करोड़ महिलाओं को रोजगार मिला है। इतना ही नहीं साढ़े चार लाख युवाओं को सरकारी
नौकरी प्रदान की गई] जबकि साढ़े तीन लाख युवाओं की संविदा पर नियुक्ति हुई है।
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम को 2-16 हजार करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया। योगी आदित्यनाथ का दावा है कि जनता
उनके विकास कार्यों के आधार पर भाजपा को पुनः सत्ता सौंपेगी।
( लेखक- मीडिया
शिक्षक एवं राजनीतिक विश्लेषक है)
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