संघ को दिल से समझिए
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को समझना है तो दिमाग से नहीं दिल से समझिए। आखिर क्या कारण है कि देश के तथाकथित तमाम बुद्धिजीवियों के आलोचना के केंद्र में संघ रहता है। आरएसएस के बारे में बहुत भ्रम है जबकि संघ की कार्य पद्धति कार्य करने की है प्रचार नहीं।
संघ के मूल विचार को रेखांखित करता मीडिया विमर्श का यह अंक पठनीय है। Sanjay Dwivedi जी को रचनात्मक प्रयास हेतु साधुवाद एवं आभार।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को समझना है तो दिमाग से नहीं दिल से समझिए। आखिर क्या कारण है कि देश के तथाकथित तमाम बुद्धिजीवियों के आलोचना के केंद्र में संघ रहता है। आरएसएस के बारे में बहुत भ्रम है जबकि संघ की कार्य पद्धति कार्य करने की है प्रचार नहीं।
संघ के मूल विचार को रेखांखित करता मीडिया विमर्श का यह अंक पठनीय है। Sanjay Dwivedi जी को रचनात्मक प्रयास हेतु साधुवाद एवं आभार।
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