आशीष भैया है
कुष्ट पीड़ित बन्धुओं/ भगनियों की सेवा हेतु जीवन समर्पित 'दिव्यप्रेम सेवा मिशन' नाम से हरिद्वार में प्रकल्प है अनाथ बच्चों और उस पीड़ित परिवार के बच्चो की शिक्षा,चिकित्सा हेतु आवासीय सेवाकार्य का प्रकल्प है।
आशीष भैया विज्ञान संकाय से स्नातकोत्तर करने के बाद माँ भारती की सेवा हेतु संघ के प्रचारक बन गए गोरखपुर में महानगर प्रचारक रहे उस समय मैं 10वी का विद्यार्थी था आशीष जी स्कूटर से चलते थे मुझे सौभाग्य मिला कुछ वर्ष साथ रहने का । कुष्ट पीड़ित लोगों की समाज में उपेक्षा और तिरस्कार देख कर उनके लिए कुछ करना चाहिए यह सोचते हुए उन पीड़ितों के साथ ही अपना आश्रम बना लिए । इस पुनीत कार्य हेतु आशीष जी को प्रणाम।
कुष्ट पीड़ित बन्धुओं/ भगनियों की सेवा हेतु जीवन समर्पित 'दिव्यप्रेम सेवा मिशन' नाम से हरिद्वार में प्रकल्प है अनाथ बच्चों और उस पीड़ित परिवार के बच्चो की शिक्षा,चिकित्सा हेतु आवासीय सेवाकार्य का प्रकल्प है।
आशीष भैया विज्ञान संकाय से स्नातकोत्तर करने के बाद माँ भारती की सेवा हेतु संघ के प्रचारक बन गए गोरखपुर में महानगर प्रचारक रहे उस समय मैं 10वी का विद्यार्थी था आशीष जी स्कूटर से चलते थे मुझे सौभाग्य मिला कुछ वर्ष साथ रहने का । कुष्ट पीड़ित लोगों की समाज में उपेक्षा और तिरस्कार देख कर उनके लिए कुछ करना चाहिए यह सोचते हुए उन पीड़ितों के साथ ही अपना आश्रम बना लिए । इस पुनीत कार्य हेतु आशीष जी को प्रणाम।
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