गुरुजी का आज दर्शन
जुबली इण्टर कालेज गोरखपुर,क्लास नवीं में जिवविज्ञानं के शिक्षक और मेरे कक्षा अध्यापक श्री शकल नाथ मणि त्रिपाठी अपने कठोर अनुशासन के लिए जाने जाते उनके द्वारा दिए मन्त्र को हम जैसे हजारों विद्यार्थी आज भी अंगीकार करने में लगे रहते जिसे कुछ तो हम जीवन को सार्थक कर सके। सुबह लखनऊ उनके आवास पर मिला सर ने नास्ता स्वयं परोस कर कराया मेरे मना करने पर बोले पुत्र और शिष्य समान होते है सौरभ ।मुझे खिलाने के सुख से मत रोकों ।
वर्षो बाद सर का आशीर्वाद मिला।प्रणाम।
जुबली इण्टर कालेज गोरखपुर,क्लास नवीं में जिवविज्ञानं के शिक्षक और मेरे कक्षा अध्यापक श्री शकल नाथ मणि त्रिपाठी अपने कठोर अनुशासन के लिए जाने जाते उनके द्वारा दिए मन्त्र को हम जैसे हजारों विद्यार्थी आज भी अंगीकार करने में लगे रहते जिसे कुछ तो हम जीवन को सार्थक कर सके। सुबह लखनऊ उनके आवास पर मिला सर ने नास्ता स्वयं परोस कर कराया मेरे मना करने पर बोले पुत्र और शिष्य समान होते है सौरभ ।मुझे खिलाने के सुख से मत रोकों ।
वर्षो बाद सर का आशीर्वाद मिला।प्रणाम।
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