Tuesday, May 3, 2016

ज़िंदगी की असली उड़ान अभी बाक़ी है


ज़िंदगी की असली उड़ान अभी बाक़ी है
ज़िंदगी के कई इम्तेहान अभी बाक़ी हैं
स्नातक प्रथम वर्ष (इलेक्ट्रानिक मीडिया) के ये छात्र मेरे पास आए और बोले कि एक वेबसाइट और डॉक्यूमेंट्री के लिए हम आप से चर्चा करेंगे. भविष्य के इन युवा पत्रकारों को हार्दिक शुभकामनाएं.

No comments:

Post a Comment

अहिल्यबाई होलकर भारतीयता की प्रतीक थी : डॉ.सौरभ मालवीय

अहिल्यबाई होलकर भारतीयता की प्रतीक थी : डॉ.सौरभ मालवीय